आम्हाला वेगळं व्हायचंय ! |
नाटके |
२००१ |
गुजराती:चुत छेद लेतां लेतां |
नाटके |
२००५ |
पाच पांडवांचा बाप |
नाटके |
२००१ |
सुपरहिट नं .१ / आधारित |
नाटके |
२००१ |
साहेबजी, डार्लिंग ! / रूपांतर |
नाटके |
२००२ |
लेक लाडकी |
नाटके |
२००२ |
तन-मन |
नाटके |
२००३ |
तन-मन |
नाटके |
२००४ |
इथं हवयं कुणाला प्रेम ? |
नाटके |
२००५ |
जादू 'तेरी नजर / कल्पना परकीय |
नाटके |
२००५ |
उदगार |
नाटके |
|
माकडा माकडा हूप |
नाटक मुलांसाठी |
१९९५ |
चमत्कार झालाच पाहिजे ! / आधारित |
नाटक मुलांसाठी |
१९९७ |
२ बच्चे २ लुच्चे |
नाटक मुलांसाठी |
१९९९ |
शाब्बास लाडक्या ! (पुनर्निर्मिती ) |
नाटक मुलांसाठी |
२००० |
समांतर |
एकांकिका |
१९९२ |
साथ जियेंगे |
एकांकिका |
१९९८ |
स्ट्रीट प्ले |
एकांकिका |
१९९८ |
पोलीस पोलीस |
एकांकिका |
१९९८ |
साठीनंतर -? |
एकांकिका |
१९९९ |
ते नुसते पाहत राहिले ! |
एकांकिका |
|
जस्ट अ पेग |
एकांकिका |
२००४ |
खेकडा |
कथा |
१९९९ |
कामिनी |
कथा |
२००० |
ट्रॅप |
कथा |
|
बॉस |
कथा |
२००१ |
तिघे,तिघी आणि ती |
कथा |
२००१ |
पुसट रेषा |
कथा |
२००१ |
वाल्याची बायको |
कथा |
२००२ |
रोज डे |
कथा |
२००३ |
निर्मनुष्य |
कथा |
२००३ |
पण नंतर मात्र |
कथा |
२००३ |
गर्भ |
कथा |
२००३ |
शनचरी |
कथा |
२००३ |
दुरुस्ती |
कथा |
२००३ |
प्रार्थना |
कथा |
२००३ |
रोमियो आणि ज्युलिएट |
कथा |
२००४ |
काही नवे प्रश्न |
कथा |
२००३ |
इन्व्हेस्टमेंट |
कथा |
२००३ |
भूमीका |
कथा |
२००३ |
व्हायरस |
कथा |
२००४ |
पर्यायी |
कथा |
२००४ |
दुसऱ्यासारखा एखादा |
कथा |
२००४ |
लोभ असावा |
कथा |
२००४ |
पप्पू दादा |
कथा |
२००४ |
भाऊ |
कथा |
२००४ |
कोळसा |
कथा |
२००४ |
हे सारं...पूर्वी कधीतरी... |
कथा |
२००५ |
जन्याची स्वामीभक्ती |
कथा |
२००५ |
मैत्रीण |
कथा |
२००५ |
भोळ्या राक्षस |
कथा मुलांसाठी |
१९९१ |
लाल बुटांची गोष्ट |
कथा मुलांसाठी |
२००१ |
बिनभूताचा वाडा |
कथा मुलांसाठी |
२००४ |
उलटी गोष्ट |
कथा मुलांसाठी |
२००४ |
मैफल |
कविता |
१९९९ |
सुरक्षा: तीन कविता |
कविता |
२००१ |
विकते इथे,पिकत नाही |
कविता |
२००३ |
एड्स - सो व्हॉट ? |
कविता |
२००३ |
शांतता |
कविता |
२००४ |
बालगीतकारांना (फुकटचा सल्ला ) |
कविता |
२००५ |
आमचा माणूस |
ललित लेख |
१९९९ |
मधला दार |
ललित लेख |
१९९९ |
छायाचित्र (छापलेली, न छापलेली) |
ललित लेख |
१९९९ |
माजोरी |
ललित लेख |
१९९९ |
हरपलेली माणसं |
ललित लेख |
१९९९ |
सावल्यांचा रस्ता |
ललित लेख |
१९९९ |
झोपडीची किंमत |
ललित लेख |
१९९९ |
गोणी |
ललित लेख |
१९९९ |
संताप |
ललित लेख |
१९९९ |
एक नैतिक प्रश्न |
ललित लेख |
१९९९ |
एस ओ एस |
ललित लेख |
१९९९ |
ऋन - अनुबंध |
ललित लेख |
१९९९ |
राघोबांची दंतकथा |
ललित लेख |
१९९९ |
दोन विजारी |
ललित लेख |
१९९९ |
घरचं माणूस |
ललित लेख |
१९९९ |
दुसऱ्या घरी |
ललित लेख |
१९९९ |
ओ कोकेरो' मध्ये |
ललित लेख |
१९९९ |
तटस्थ प्रेक्षक |
ललित लेख |
१९९९ |
जावई त्याचा |
ललित लेख |
१९९९ |
काही ऑफिसं |
ललित लेख |
१९९९ |
जंगल आणि टेरिलिन |
ललित लेख |
१९९९ |
पण लक्षात कोण घेतो ? |
ललित लेख |
१९९९ |
परमेश्वरा....! |
ललित लेख |
१९९९ |
एका पित्याची गोष्ट |
ललित लेख |
१९९९ |
शब्द ....शब्द .....शब्द ....! |
ललित लेख |
१९९९ |
आंदोलनाच्या रोजनिशीतलं एक पान |
ललित लेख |
१९९९ |
...आणखी काही पानं - रक्तरंजित |
ललित लेख |
१९९९ |
त्यांनी आव्हान झेललं |
ललित लेख |
१९९९ |
अंधारातली एक पणती |
ललित लेख |
१९९९ |
एक वेगळी लढत |
ललित लेख |
१९९९ |
एक स्मित हरवलं ! |
ललित लेख |
२००१ |
पु.ल इज ग्रेट ! |
ललित लेख |
२००१ |
एल तृप्त मैफल |
ललित लेख |
२००१ |
मला दिसलेले 'पपा |
ललित लेख |
२००१ |
ज्याला नाटक वाचून दाखवावं.. |
ललित लेख |
२००१ |
माळावरचा आवाज |
ललित लेख |
२००१ |
तुटलेला तारा |
ललित लेख |
२००१ |
रूप |
ललित लेख |
२००१ |
चित्रकथा |
ललित लेख |
२००१ |
आमोणकर सर |
ललित लेख |
२००१ |
सुखी माणसाचा शर्ट
|
ललित लेख |
२००१ |
मायबाप |
ललित लेख |
२००१ |
मला (न ) भेटलेले दलाल |
ललित लेख |
२००१ |
चिरतरुण |
ललित लेख |
२००१ |
केशवराव आणि मी |
ललित लेख |
२००१ |
जीवाला लागणारी "एक्सिट " |
ललित लेख |
२००१ |
आजोबा |
ललित लेख |
२००१ |
जोशीबाई |
ललित लेख |
२००१ |
प्रभुराम |
ललित लेख |
२००१ |
छोटे आणि मोठे |
ललित लेख |
२००१ |
इन शंकर्स मेमरी |
ललित लेख |
२००१ |
कॉम्रेड्स |
ललित लेख |
२००१ |
उपेक्षेमागील गूढ |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००२ |
माझी पहिली नाटके |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
१९९९ |
टिपणांमधून सांगितलेला चित्रेइतिहास
|
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
१९९९ |
एका छोट्या पुस्तकाच्या निमित्ताने |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
१९९९ |
गोमंतक मराठी अकादमी |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
१९९९ |
प्रस्तावना : महिलांच्या गीताची पुस्तिका |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००० |
प्रस्तावना |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००० |
रंगकथेचा हनुमंत |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००१ |
प्रश्न उभी करणारी उत्तरे |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००१-१००२ |
बालकुमार साहित्य संमेलन |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००१ |
बालरंगभूमी - कोणाला हवी ? |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००२ |
संताप जागा झाला पाहिजे |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००२ |
बाल साहित्य वास्तववादी होण्यासाठी |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००२ |
शाळा आणि बालरंगभूमी |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००२ |
नाटक आपल्या घरात |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००३ |
आम्ही वाट पहात आहोत ! |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००३ |
प्रस्तावना: 'पॉसिटीव्ह' ( कथासंग्रह ) |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००३ |
बट हू इज चिंवी ? |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००४ |
चरित्रनाट्या' ची रचना ( 'घर तिघांचं हवं !' विषयी ) |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००४ |
आनंदी कुसुमताई |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००४ |
सौंदर्यवादाचा सापळा |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००४ |
राही' - समज आणि गैरसमज |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००४ |
चित्रपट आणि मी |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००५ |
आम्ही अक्षरांचे सोबती |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००५ |
रोआल्ड डालची 'माय अंकल ओरसवाल्ड' |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००५ |
समकालीन मराठी नाटक:वास्तव आणि भ्रम
(निबंध वाचन)
|
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००५ |
खरीखुरी कादंबरी ( हि 'श्री'ची इच्छा विषयी ) |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००५ |
माझिया मना ( टेलिपथी ) |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००५ |
मनाचिये गुंती ( डेथवीश ) |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००५ |
जादुई दुनिया ( जादू / हॅरी पॉटर ) |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००५ |
...तर एक दिवस वाघ सरळ घरातच शिरेल ! |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००५ |
नाट्य परिषदेच्या शाखांना बालरंगभूमीसाठी काय
करता येईल ?
|
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००५ |
भरगच्च आणि नाट्यपूर्ण 'अँडम ' |
लेख :साहित्य आणि रंगभूमी |
२००५ |
साहित्यिकांनी साहित्य सेना तयार करावी!
|
सामाजिक राजकीय |
१९९९ |
ज्याच्या हाती तिजोरी .... |
सामाजिक राजकीय |
१९९९ |
नर्मदा आंदोलनाची कोंडी झालेली नाही |
सामाजिक राजकीय |
१९९९ |
साहित्यिकांना विकत घेण्याचा एन्रॉनचा प्रयत्न
कोमसाप संमेलन , गुहागर
|
सामाजिक राजकीय |
१९९९ |
Land of Giants (ref ;Sahitya Sammelan |
सामाजिक राजकीय |
२००० |
साहित्य संमेलनाविषयी डॉ.य.दि.फडके यांची भूमिका
दुटप्पी आहे का ?
|
सामाजिक राजकीय |
२००० |
मानसिकता बालकांची आणि पालकांची |
सामाजिक राजकीय |
२००२ |
गणेशउत्सवाचे बदलते स्वरूप अपरिहार्य |
सामाजिक राजकीय |
२००२ |
साधी मूर्तीच आवडते ! |
सामाजिक राजकीय |
|
मोरू आणि मोरूचा बाप |
सामाजिक राजकीय |
२००२ |
संघाच्या गोष्टी |
सामाजिक राजकीय |
२००२ |
बाय द क्रिमिनल्स, फॉर द क्रिमिनल्स,
ऑफ द क्रिमिनल्स
|
सामाजिक राजकीय |
२००३ |
मुकुटात पीस खोचण्याआधी ..... |
सामाजिक राजकीय |
२००४ |
आमुची मायबोली |
सामाजिक राजकीय |
२००४ |
मग दुसरे कुठले शस्त्र...( नर्मदा आंदोलनाविषयी ) |
सामाजिक राजकीय |
२००३ |
मनोगत |
आत्मचरित्रपर |
२००२ |
धूळपाटी: ११ |
आत्मचरित्रपर |
२००५ |
गूढकथा आणि मतकरींची गूढकथा |
मतकरीविषयी लेख |
२००० |
प्रयोगशील रंगकर्मी |
मतकरीविषयी लेख |
२००१ |
आनंदयात्रा : नाटक २५ |
मतकरीविषयी लेख |
२००२ |
चतुरस्र लेखक |
मतकरीविषयी लेख |
२००२ |
कुठल्याही शैलीशी बांधून न घेणारे
स्वतंत्र व्यक्तिमत्व
|
मतकरीविषयी लेख |
२००२ |
मतकरींची गूढकथा : मुलांचे विश्व |
मतकरीविषयी लेख |
२००३ |
माणसाच्या वावरण्याने घराला
लय प्राप्त होते
|
मतकरीविषयी लेख |
२००३ |
साहित्य, कला, संस्कृती आणि इतिहास
जतन करणारे घर
|
मतकरीविषयी लेख |
२००४ |
नाटकवेडं कुटुंब |
मतकरीविषयी लेख |
२००४ |
चित्रकार लेखक |
मतकरीविषयी लेख |
२००४ |
चरित्र चौकटीतले नाटक |
मतकरीविषयी लेख |
२००५ |
कलावंत नाटककार |
मतकरीविषयी लेख |
२००५ |
रत्नाकर मतकरी:एक चतुरस्त्र व्यक्तिमत्व |
मतकरीविषयी लेख |
२००५ |
रत्नाकर मतकरी:झुलता रंगमंच |
मतकरीविषयी लेख |
२००५ |
र.म.ची बहुरूपिणी कक्षा |
मतकरीविषयी लेख |
२००५ |
र.म. : चिंतनशीलतेची डूब |
मतकरीविषयी लेख |
२००५ |
र.म : मुलांसाठी प्रेमळ जादूगार |
मतकरीविषयी लेख |
२००५ |
खर्च आणि अपेक्षा वाढल्या , कि मिंधेपणा येतो
( साहित्य संमेलनाविषयी )
|
मतकरींच्या मुलाखती |
१९९९ |
गरिबांसाठी टी -बॉक्स थिएटर |
मतकरींच्या मुलाखती |
१९९९ |
युद्धजन्य परिस्थितीला स्वार्थी राजकारण कारणीभूत |
मतकरींच्या मुलाखती |
१९९९ |
तुम्ही तिथं....'च्या वाचनाविषयी |
मतकरींच्या मुलाखती |
१९९९ |
खेकडा' विषयी |
मतकरींच्या मुलाखती |
१९९९ |
मराठी रंगभूमी व शिक्षक |
मतकरींच्या मुलाखती |
१९९९ |
एन्रॉनची देणगी आणि साहित्यिकांचा मिंधेपणा |
मतकरींच्या मुलाखती |
१९९९ |
चांगलं नाटक करण्यासाठी प्रामाणिकपणा महत्वाचा ! |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००० |
साहित्यिक होण्याची महत्वकांक्षा नव्हती ! |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००० |
समांतर आणि व्यावसायिक रंगभूमीवरील अंतर
कमी झालाय
|
मतकरींच्या मुलाखती |
२००१ |
साहित्यात, सुपरनॅचरल हि कल्पना काव्यमय |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००१ |
" गहिरे पाणी"
५०व्या भागाच्या निमित्ताने
|
मतकरींच्या मुलाखती |
२००१ |
टीव्हीवर गुडकथांना उत्तम प्रतिसाद |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००१ |
माणसाच्या मानगुटीवर भूत असतं ते
अपराध - भावनेचं
|
मतकरींच्या मुलाखती |
२००१ |
गूढकथांनाही साहित्यिक मूल्य आहे |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००१ |
कथाकार मतकरी |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००१ |
वारसा प्रामाणिकपणाचा ( मुलांविषयी ) |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००१ |
बालरंगभूमी - आशा उद्याच्या |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००१ |
मुलांना सामाजिक समस्यांची तोंडओळख
करून देणे गरजेचे
|
मतकरींच्या मुलाखती |
२००१ |
देशापुढचे प्रश्न सोडवणारी पिढी
साहित्यातूनच घडते !
|
मतकरींच्या मुलाखती |
२००१ |
कर्तव्यनिष्ठा म्हणजे धर्म |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००१ |
मराठी रंगभूमी धोक्याच्या वळणावर |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००२ |
र. म. शी बातचीत |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००३ |
सारे जग अमेरिकी दहशतवादाच्या विळख्यात |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००३ |
शब्दयात्री र. म. |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००३ |
व्यावसायिक रंगभूमीची दखल घेतली गेली... |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००३ |
पारसी कॉलनीची नजाकतच वेगळी |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००३ |
समाजपरिवर्तनाची जबाबदारी एकट्या
साहित्यिकावरच का ?
|
मतकरींच्या मुलाखती |
२००४ |
...तर नाटकाला वेगळा स्वभावही प्राप्तः होईल! |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००५ |
आजच्या पिढीवर जबाबदारी अधिक |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००५ |
संघर्षाच्या नव्या पद्धतीचा शोध |
मतकरींच्या मुलाखती |
२००५ |
चार दिवस प्रेमाचे ( नाटक ) |
प्रकाशित पुस्तके |
१९९९ |
आठ खुर्च्या आणि काळोख |
एकांकिका संग्रह |
२००१ |
तन मन |
प्रकाशित पुस्तके नाटक |
२००५ |
जादू तेरी नजर |
प्रकाशित पुस्तके नाटक |
२००७ |
दादाची गर्लफ्रेंड |
प्रकाशित पुस्तके नाटक |
२००७ |
चमत्कार झालाच पाहिजे ! |
प्रकाशित पुस्तके (मुलांसाठी नाटके) |
२००१ |
शाब्बास लाडक्या |
प्रकाशित पुस्तके (मुलांसाठी नाटके) |
२००१ |
सरदार फाकडोजी वाकडे |
प्रकाशित पुस्तके (मुलांसाठी नाटके) |
२००७ |
भूत-अद्भुत |
मुलांसाठी गोष्टी |
२००१ |
गाऊ गाणे गमतीचे |
मुलांसाठी गाणी |
२००१ |
हसता हसविता |
कथासंग्रह |
१९९९ |
झपाटलेल्या गोष्टी |
कथासंग्रह |
१९९९ |
गहिरे पाणी |
कथासंग्रह |
२००१ |
रंगयात्री |
कथासंग्रह |
२००१ |
बाळ अंधार पडला |
कथासंग्रह |
२००३ |
बारा पस्तीस |
कथासंग्रह |
२००३ |
निर्मनुष्य |
कथासंग्रह |
२००५ |
शब्द शब्द शब्द |
प्रकाशित ललित लेख |
१९९९ |
तृप्त मैफल |
प्रकाशित ललित लेख |
२००१ |
माणसाच्या गोष्टी |
प्रकाशित ललित लेख |
२००५ |
अध्यक्ष बालकुमार साहित्य संमेलन.पुणे (२००१) |
इतर कार्य |
|
लेखनाची ५० वर्षे पूर्ण केल्याबद्दल भरत नाट्य संशोधन मंदिर ,
पुणे, याच्याकडून सत्कार ( २००५ )
|
सन्मान |
|
शिरवाडकर पुरस्कार, ( २००२ ) |
पुरस्कार |
|
संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड ( २००३-०४ ) |
पुरस्कार |
|
फाय फाउंडेशन, इचलकरंजी ,यांचा प्रतिष्ठेचा पुरस्कार (२००५) |
पुरस्कार |
|
महाराष्ट्र फाउंडेशन, अमेरिका, यांचा विशेष साहित्य गौरव पुरस्कार (२००७) |
पुरस्कार |
|