शीर्षक |
लेखक |
प्रसिद्धी |
पुरस्कार |
मं .वि.राज्याध्यक्ष |
प्रस्तावना रत्नाकर मतकरी यांच्या ७ एकांकिका ,फेब्रुवारी,१९६१ |
खेकडा' आदी करून मतकरी
कथांच्या निमित्ताने
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माधव मनोहर |
प्रस्तावना, खेकडा, १९७० |
बालनाट्याला पडलेले स्वप्न |
वामन देशपांडे |
बालसाहित्य जत्रा, जानेवारी १९७३ |
धडपडणाऱ्या जोडप्याची कहाणी |
नीला खोपकर |
स्री,फेब्रुवारी १९७४ |
For Matkari-the play is the thing |
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Teller, Bk/India, Summer, १९७४ |
समर्थ नाटककाराचे समर्थ दिग्दर्शकाला
आव्हान - आरण्यक
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प्रभाकर वैद्य |
सोबत, जानेवारी,१९७५ |
गूढकथालेखनाचे एक तप |
डॉ. सुधा जोशी |
प्रस्तावना, रंगांधळा, ऑक्टोबर ,१९७७
आसमंत, मुं. तरुण भारत,
नोव्हेंबर १९९८
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आरण्यकाची जन्मकथा |
गंगाधर गाडगीळ |
फिरक्या |
लोककथा '१९७८ : एक असामान्य नाटक |
मंगेश तेंडुलकर |
जत्रा, मार्च १९७९ |
लोककथा '१९७८ : आधुनिक रंगभूमीवरील
एक घटना!
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शिरीष सहस्रबुद्धे |
माणूस, मार्च १९७९ |
लोककथा '१९७८ च्या निमित्ताने |
ग. वा. बेहरे |
सोबत,एप्रिल १९७९ |
लोककथा '१९७८ : एक स्वयंभू नाट्य |
वसंत बापट |
प्रस्तावना/म. टाइम्स मे १९७९ |
मराठी नाट्यपरिषदेचे मानकरी, र. म. |
राजा कारळे |
चित्रानंद, जून १९७९ |
युगायुगांचे ओझे वाहणारी लोक. १९७८ |
मधु दंडवते |
दिनांक, जुलै १९७९ |
Special feature on R.M, |
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Bombay Nov. |
About R.M. |
Allwyn Fernandes |
Bombayman's Day.
Eve. News १९८०
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तळाचा समाज, नाटक आणि लोक. १९७८ |
कमलाकर नाडकर्णी |
लोकप्रभा, जानेवारी १९८० |
लोक. १९७८ च्या संदर्भात, सामाजिक
चळवळ आणि रंगभूमी
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मिलिंद कोकजे |
माणूस, जानेवारी १९८० |
बाल, व्यावसायिक नि प्रायोगिक या
तिन्हींवर यश मिळवणारे र. म.
|
वा. य. गाडगीळ |
(लोक. १९७८ च्या शतकानिमित्ताने)
रसरंग, फेब्रुवारी १९८०
|
लोक. '७८ ललित शिफारस |
उषा मा. देशमुख |
ललित, मे १९८० |
वसंत कानेटकर यांची जागा
रत्नाकर मतकरी घेतील का?
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पद्माकर कुलकर्णी |
म. टाइम्स, रवि.पुर. जुलै १९८१ |
नाट्यवेडानं बहरलेलं झाड |
शशिकांत नार्वेकर |
रसरंग, दि. १९८१ |
व्यावसायिक रंगभूमीचे नवे सामर्थ्य |
डॉ. वि. भा. देशपांडे |
केसरी, फेब्रुवारी १९८२ |
मतकरींची नाटके : विनोद आणि गांभीर्य
यांची गल्लत!
हा मतकरींवर अन्याय!
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मोहिनी वर्दे
कमलिनी फडके
प्रकाश रायकर
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म. टा., मनोरंजन पुर. सप्टेंबर . १९८२
प्रतिक्रिया, म. टा. मनोरंजन पुर.
सप्टेंबर १९८२
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प्रस्तावना : निवडक गूढकथा,ऑक्टोबर,१९८२ |
शांता शेळके |
आवड-निवड, जुलै १९९४ |
मतकरी |
प्रतिभा मतकरी |
लेखक आमच्या घरात, किर्लोस्कर, सप्टेंबर १९८४ |
मतकरींची सर्वस्पर्शी साहित्यसृष्टी |
ज्योत्स्ना प्रभू नाईक |
विवेक साप्ताहिक, मार्च १९८५ |
One-Man theatre |
Samtani-Talwar |
Khaleej Times, Gulf. एप्रिल, १९८६ |
मुलांपर्यंत नेलेलं नाटक |
मिलिंद कोकजे |
किर्लोस्कर, नोव्हेंबर ,१९८७ |
आनंदयात्री आम्ही आनंदयात्री |
प्रशांत दळवी |
कलाकुंज,लोकसत्ता, फेब्रुवारी . १९८८ |
मुलांचं उत्सुक, जागरूक, चैतन्यमय मन |
अंजली कीर्तने |
म. टाइम्स, मे '१९८८ |
आरण्यक |
धोंडो विठ्ठल देशपांडे |
सोबत मे-जून १९८९,
मला दिसलेले नाटक
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र. म. दिनक्रम (सछायाचित्र) |
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तुमचा लेखक, श्री मार्च १९९० |
Profile of a playwright |
Dnyaneshwar
Nadkarni
|
Indian Express, ऑगस्ट, १९९० |
हरहुन्नरी घर |
सुप्रिया मतकरी |
ललित, सप्टें. ९० , लेखकाचे घर |
निमित्त : 'घर तिघांचं हवं' चे |
मीना देवल |
विशेष, म. टाइम्स, ऑक्टोबर १९९० |
घर... 'दाहक अनुभवांचे सामाजिक चित्रण |
करुणा देव |
म. टाइम्स, नोव्हेंबर . १९९० |
मतकरींच्या चार नाटकांची समीक्षा |
सुरेशचंद्र पाध्ये |
सकाळ, नाटकाची सावली,
जानेवारी १९९१
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मतकरी : एक अष्टपैलू व्यक्तिमत्व |
वीणा दाभोळकर |
गौड ब्राम्हण दि. १९९१ |
एक कादंबरी : दोन अभिप्राय
( 'ऍडम'विषयी )
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चारू सारंग,
अनिल बळेल
|
मेनका, मार्च १९९२ |
नाट्यसंसारात रमलेले मतकरी कुटुंब |
रत्नप्रभा जोशी |
लोकप्रभा, जून १९९२,
साहित्त्यिक जोडीदाराच्या नजरेतून
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प्रश्न लेखकाच्या हक्काचा
('एकदा पाहावं करून' चा वाद)
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जयंत पवार |
सांज लोकसत्ता, डिसेंबर . १९९२ |
सर्वभक्षक दहशतवादाचा प्रत्ययकारी
वेध : बकासुर !
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रविकिरण साने |
गोमंतक, मे १९९४ |
Communication Chap! |
Staff Reporter |
The Afternoon despatch
Courier, Mar. '96
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वासनाविकारांचे करुण भीषण
तांडव : मतकरींची गूढकथा
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सुभाष भेंडे |
साहित्य संस्कृती, लोकसत्ता ऑक्टोबर १९९७ |
सगळ्या विषयांना वेगळं परिणाम
देणारा लेखक
|
डॉ. मंगला आठलेकर |
सांज दिनांक, ऑक्टोबर, १९९७ |
मुलांची नाट्याभिरुची संपन्न करणारा नाटककार..... |
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प्रिय रसिक , नोव्हेंबर १९९८ |
लेखक मतकरींमधील माणसाचा शोध |
प्रतिभा गोपुजकर |
लोकरंग, लोकसत्ता, नोव्हेंबर १९९८ |
म्हातारा इतुका न.... |
गंगाधर गाडगीळ |
पाण्यावरची अक्षरे, पुढारी,
डिसेंबर, १९९८
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गूढकथा आणि मतकरींची गूढकथा |
डॉ. सुधा जोशी |
कथा : संकल्पना आणि समीक्षा
फेब्रुवारी ,२०००
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प्रयोगशील रंगकर्मी |
डॉ. वि. भा. देशपांडे |
रविवारचा केसरी, डिसेंबर . २००१ |
आनंदयात्रा : नाटक २५ |
रामदास भटकळ |
प्रिय रसिक,मार्च,२००२ |
चतुरस्र लेखक (शिरवाडकर पारि.) |
डॉ .उल्हास रत्नपारखी |
रवी गावकरी,जून २००२ |
कुठल्याही शैलीशी बांधून न घेणारे
स्वतंत्र व्यक्तिमत्व
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राजू देसले |
लोकमत,जून ,२००२ |
मतकरींची गूढकथा : मुलांचे विश्व |
डॉ .सुधा जोशी |
प्रस्तावना :" बाळ अंधार पडला!"जानेवारी ,२००३ |
माणसाच्या वावरण्याने घराला
लय प्राप्त होते
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आसावरी जोशी |
वास्तुरंग, लोकसत्ता, मे २००३ |
साहित्य, कला, संस्कृती आणि इतिहास
जतन करणारे घर
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श्रीनिवास गडकरी |
लोकसत्ता,फेब्रुवारी, २००४ |
नाटकवेडं कुटुंब |
मनीषा सोमण |
पुणे सकाळ,ऑक्टोबर,२००४ |
चित्रकार लेखक |
जयश्री देसाई |
लाईफ स्टाइल बहुपेडी,नागपूर सकाळ,२००४ |
चरित्र चौकटीतले नाटक |
चारुशीला ओक |
नवशक्ती,एप्रिल,२००५ |
कलावंत नाटककार |
सुरेशचंद्र पाध्ये |
सप्तरंग,रविवार सकाळ,मे २००५ |
रत्नाकर मतकरी:एक चतुरस्त्र व्यक्तिमत्व |
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प्रिय रसिक,पॉप्युलर,ऑक्टोबर २००५ |
रत्नाकर मतकरी:झुलता रंगमंच |
डॉ. वि. भा. देशपांडे |
विशाखा, २००५ |
र.म.ची बहुरूपिणी कक्षा |
डॉ.मीरा सुंदरराज |
विशाखा, २००५ |
र.म.:चिंतनशीलतेची डूब |
डॉ अविनाश अवलगावकर |
विशाखा, २००५ |
र.म :मुलांसाठी प्रेमळ जादूगार |
राजीव तांबे |
विशाखा, २००५ |