| शीर्षक |
प्रसिद्धी |
संग्रह |
| बेबी मॅच पाहते |
आनंदवन, क्रिकेट विशेष, १९५९ |
असंग्रहित |
| सोनेरी मनाची परी |
सत्यकथा. १९५९, मार्मिक. १९९८ |
सोनेरी मनाची परी १९७३ |
| वनराणी आणि फूल |
सत्यकथा, १९६०, वाङ्मयशोभा.१९९८ |
सोनेरी मनाची परी |
| कवीची प्रिया |
सत्यकथा, १९६१ |
सोनेरी मनाची परी |
| कुंभ |
रसिक, १९६१ |
सोनेरी मनाची परी |
| स्वप्नातील चांदणे |
सत्यकथा, १९६२ |
सोनेरी मनाची परी |
| फाटक्या कपड्यातील राजकन्या |
वीणा, १९६२ |
सोनेरी मनाची परी |
| जादूचे फुलपाखरू |
सत्यकथा. १९६२ |
सोनेरी मनाची परी |
| दुखऱ्या गुडघ्याची गोष्ट |
सत्यकथा.१९६२ |
सोनेरी मनाची परी |
| लाकडातील चेहरा |
सत्यकथा: १९६४, कवडसे : १९७८ |
सोनेरी मनाची परी |
| खेकडा |
हंस.१९६५, दक्षता: १९९९ |
खेकडा,१९७०,र.म च्या निवडक गूढकथा |
| |
|
झपाटणाऱ्या गोष्टी ,"बाळ अंधार पडला !"दूरदर्शन मुंबई केंद्र (हिंदी) |
| आल्बम |
हंस, १९६५ |
खेकडा,अपरात्र |
| निजधाम |
हंस, १९६५ |
निजधाम,१९७२ ,र.म च्या निवडक गूढकथा
झपाटणाऱ्या गोष्टी ,"बाळ अंधार पडला !"दूरदर्शन मुंबई केंद्र (हिंदी)
|
| अंतराय |
हंस, १९६६ |
खेकडा,फँटॅस्टिक |
| कळकीचं बाळ |
हंस, १९६६ |
खेकडा,फँटॅस्टिक |
| शाळेचा रस्ता |
हंस, १९६६ |
र.म च्या निवडक गूढकथा झपाटणाऱ्या गोष्टी ", |
| |
|
बाळ अंधार पडला !"दूरदर्शन मुंबई केंद्र (हिंदी) |
| एक विलक्षण आरसा |
हंस, १९६६, दूरदर्शन मुंबई केंद्र (हिंदी) |
खेकडा,विलक्षण ,अम्लान कथा (आशा साठे ) |
| तुमची गोष्ट |
हंस, १९६६, दूरदर्शन श्रीनगर केंद्र |
र.म च्या निवडक गूढकथा झपाटणाऱ्या गोष्टी , |
| |
|
"बाळ अंधार पडला !"दूरदर्शन मुंबई केंद्र (हिंदी) |
| अपरात्र |
हंस, १९६७ |
निजधाम,अपरात्र |
| ती, मी आणि तो |
हंस, १९६७, रूपतारा: कन्नड सिने.मासिक, १९८६ |
|
| |
गजरा -दूरदर्शन मुंबई |
खेकडा,फँटॅस्टिक |
| निमची निमा |
हंस,१९६७,दूरदर्शन मुंबई केंद्र,हिंदी गहिरे पाणी |
खेकडा,अवचिन्ह,बाळ अंधार पडला!,निवडक कथा |
| वादा |
हंस.१९६७ |
निजधाम |
| हे माझे घर |
हंस ,१९६८,चित्रमालिका गहिरे पाणी:पंकज विष्णू
ऋजुता जोशी
|
निजधाम,अपरात्र,गहिरे पाणी |
| शेला |
हंस ,१९६८ |
|
| डोंगरमाथा |
हंस ,१९६८ |
निजधाम,अपरात्र |
| कुणास्तव कुणीतरी |
हंस ,१९६८ |
खेकडा,अवचिन्ह,बाळ अंधार पडला |
| तडा गेलेली काच |
हंस ,१९६८ |
रंगांधळा ,१९७७,अवचिन्ह |
| आकृती |
हंस |
निजधाम,विलक्षण,"बाळ अंधार पडला !" |
| झुंबर |
हंस,१९६९ |
फाशी बखळ,१९७४ |
| पावसातील पाहूना |
हंस,१९६९, (पुनः)दक्षता ,१९६९ |
खेकडा,र.म च्या निवडक गूढकथा झपाटणाऱ्या गोष्टी " |
| समदुःखी |
हंस,१९६९ |
निजधाम |
| चिखल |
हंस,१९७० |
रंगधळा ,अपरात्र |
| बोलावणं |
हंस,१९७०,दूरदर्शन मुंबई केंद्र,दूरदर्शन राष्ट्रीय हिंदी:
एक कहानी -बुलावा ,१९८६
|
निजधाम र.म च्या निवडक गूढकथा झपाटणाऱ्या गोष्टी ,सर्वोत्कृष्ट
कथा ,१९७०,संपा :राम कोलारकर
|
| सूर्यास्ताच्या शेवटच्या क्षणी |
दूरदर्शन मुंबई केंद्र,दिग्दर्शक:विनाक चासकर
भूमिका:मधुकर नाईक,अजित देशपांडे
|
फाशी बखळ |
| मला विक्रम दिसतो |
|
फाशी बखळ ,अपरात्र ,बाळ अंधार पडला!, |
| भक्ष्य |
हंस,१९७०,पुन.'ती'-मुगया ,१९८२ |
मृत्युंजयी ,अपरात्र |
| झाड,गुजराती अनुवाद :व्रज शाह |
विशाखा :१९७०,चित्रलेखा:१९८० |
फाशी बखळ ,फॅन्टॅस्टिक |
| जेवणावळ |
हंस,१९७१,सादरीकरण :कथादर्शन:रत्नाकर मतकरी |
निजधाम फँटॅस्टिक |
| मंदा पाटणकरची गोष्ट |
हंस,१९७१ |
मध्यरात्रीचे पडघम,१९८० |
| शेवटची बस |
मराठवाडा,१९७१ |
फाशी बखळ ,रत्नाकर मतकरींच्या निवडक गूढ कथा |
| घायाल कि गत |
राजस,१९७२ |
असंगृहीत |
| हेड्स्टडी |
हंस,१९७२ |
रंगधळा ,र.म च्या निवडक गूढकथा झपाटणाऱ्या गोष्टी |
| साधा माणूस |
निषाद,१९७२ |
फाशी बखळ,अवचिन्ह |
|
सोडवणूक ,गुज.रूपां:छुटकारा :
व्रज शहा,फ्लेश
|
अनुराधा,१९७२ |
फाशी बखळ ,अपरात्र |
| प्रिया |
|
फाशी बखळ |
| बाकी राहिला काळोख |
हंस ,१९७३ |
रंगधळा ,विलक्षण |
| कबंध |
माणूस,१९७३ |
कबंध,१९७७,र.म च्या निवडक गूढकथा झपाटणाऱ्या गोष्टी |
| लापा-छपी |
मराठवाडा,१९७३ |
कबंध,१९७७,र.म च्या निवडक गूढकथा,'बाळ अंधार पडला' !
झपाटणाऱ्या गोष्टी
|
| द्रष्टा |
किर्लोस्कर,१९७३ सादरीकरण:नाट्यदर्पण सोहळा |
कबंध,फॅन्टॅस्टिक |
| फॅन्टॅस्टिक |
अनुराधा,१९७३ |
फाशी बखळ,फॅन्टॅस्टिक |
| इंटरव्हयू |
नवल,१९७३ |
रंगांधळा ,अपरात्र |
| वशीकरण |
|
रंगांधळा फॅन्टॅस्टिक |
| हडळ |
सादरीकरण:कथादर्शन:ररत्नाकर मतकरी |
फाशी बखळ ,फॅन्टॅस्टिक |
| काकबळी |
|
निजधाम,फॅन्टॅस्टिक |
| फाशी बखळ |
चित्रमालिका:गहिरे पाणी,भूमिका:शरद पोंक्षे,हेमचंद्र
अधिकारी,श्रीपाद सावंत
|
फाशी बखळ,अपरात्र |
| म्हणे कोण मागे आले |
|
कबंध,अपरात्र |
| इच्छादेह |
अनुराधा,१९७४,चित्रमालिका :गहिरे पाणी
भू:रमेश भाटकर,जुईली देऊस्कर,मेधा जांबोटकर
|
कबंध,गहिरे पाणी |
| लांबणीवर |
|
कबंध,अपरात्र |
| बाबल्या रावळाचा पेटारा |
|
कबंध,फॅन्टॅस्टिक |
| असं कधी घडत नाही ! |
|
कबंध |
| एक माणूस आणि एक पशू |
|
कबंध,फॅन्टॅस्टिक |
| असा हि एक कलावंत |
(पुन)हितगुज,ऑस्ट्रेलिया ,१९९८ |
कबंध,फॅन्टॅस्टिक |
| वारस |
हंस ,१९७४,दूर:गहिरे पाणी ,भू :राहुल मेहेंदळे,
श्रीपाद सावंत
|
रंगांधळा ,१९७७ फॅन्टॅस्टिक,गहिरे पाणी |
| रंगांधळा |
हंस ,१९७४ |
रंगांधळा , १९७७ र.म च्या निवडक गूढकथा झपाटणाऱ्या गोष्टी
सर्वोत्कृष्ट मराठी कथा खंड ११ :संपा.रॅम कोलारकर
|
| ट्रिंग..ट्रिंग...हलो,क्लिक |
मराठवाडा,१९७४ |
कबंध र.म च्या निवडक गूढकथा ,हस्त हासविता |
| पुलावरचा माणूस |
नवल,१९७४ |
रंगांधळा,विलक्षण |
| श्रीमंत |
माणूस,१९७४ |
कबंध,र.म च्या निवडक गूढकथा झपाटणाऱ्या गोष्टी |
| जळमटं |
मराठवाडा,१९७५ |
रंगांधळा फॅन्टॅस्टिक |
| हातमोजे |
अनुराधा,१९७५,दूर :गहिरे पाणी :चित्र/भू :निखिल रत्नपारखी,
संज्योत हर्डीकर,राहुल मेहेंदळे,ऋजुता जोशी
|
रंगांधला,अवचिन्ह,गहिरे पाणी |
|
ती दोन मुलं
(गुज अनु:'अंदर आऊ के" ?व्रज शाह
|
नवल,१९७५ |
रंगांधळा , १९७७ र.म च्या निवडक गूढकथा झपाटणाऱ्या गोष्टी
|
| चित्रलेखा ,१९७७ |
|
|
| तळ्याकाठची हिरवळ |
प्रपंच,दूर.गहिरे पाणी/चित्र /भू :अरुण नलावडे,क्षमा निनावे,
प्रसाद ओक
|
रंगांधला,अवचिन्ह |
|
म्हातारीची तरुण मुलगी,गुज:सुखनी सजा
अनु:वज्र शाह चित्रलेखा ,१९७७
|
शामसुंदर ,१९७५ |
रंगांधळा ,र.म च्या निवडक गूढकथा झपाटणाऱ्या गोष्टी
|
| हार |
हंस ,१९७६ |
संभ्रमाच्या लाटा ,१९७९,अवचिन्ह |
| संभ्रमाच्या लाटा |
|
संभ्रमाच्या लाटा |
| झुला,इंग्रजी रूपांतर:द ट्रॅपीझ:विद्या पिल्ले |
|
संभ्रमाच्या लाटा |
| ब्रिटिश कौन्सिल स्पर्धेत विजयी |
|
|
| जाळ |
मराठवाडा,१९७६ |
संभ्रमाच्या लाटा,झपाटणाऱ्या गोष्टी ,र.म च्या निवडक गूढकथा |
| ड्रॅक्युला |
शामसुंदर ,१९७६,गहिरे पाणी/दुर.चित्र.गहिरे पाणी,
भू :निखिल रत्नपारखी ,हृदय जाधव
|
संभ्रमाच्या लाटा,विलक्षण |
| सिक्वेन्स |
नवल,१९७६ |
संभ्रमाच्या लाटा,विलक्षण |
| मिछीवाला |
अनुराधा,१९७६ |
संभ्रमाच्या लाटा ,अवचिन्ह |
| एक दिवा विझताना |
माणूस,१९७६ |
एक दिवा विझताना ,१९७६ |
| विखार |
प्रपंच,१९७७ |
मध्यरात्रीचे पडघम ,१९८०,विलक्षण |
| पाप |
नवल,१९७७,गहिरे पाणी ,भू :हृदय जाधव,अरुण नलावडे,
सुहिता थत्ते
|
संभ्रमाच्या लाटा,विलक्षण ,गहिरे पाणी |
| विहीर |
मराठवाडा,१९७७ |
संभ्रमाच्या लाटा,विलक्षण ,र.म च्या निवाडक गूढकथा |
| सोनाराची बायको |
अनुराधा,१९७७ |
संभ्रमाच्या लाटा ,अवचिन्ह,बाळ अंधार पडला !हसता हसवीता |
| "बाळ अंधार पडला!" |
शामसुंदर,१९७७ |
मध्यरात्रीचे पडघम,अवचिन्ह,"बाळ अंधार पडला!" |
| मस्करी |
गोमतक ,१९७७ |
मध्यरात्रीचे पडघम |
|
अवचिन्ह,(गुज निर्दोष खुनी अनु.व्रज शाह
१९७८
|
नवल,१९७८,दोरचित्रवाणी:गहिरे पाणी: अविनाश नारकर.
क्षितिज झारापकर आणि इतर
|
मध्य,पडघम,अवचिन्ह,गहिरे पाणी |
| झोपाळा |
अनुराधा,१९७८, |
मध्य,पडघम,र.म च्या निवडक गूढकथा झपाटणाऱ्या गोष्टी |
| कामगिरी |
निषाद,१९७८ |
मध्य,पडघम,विलक्षण |
| अनिकेत |
केसरी,१९७८ |
मध्य,पडघम,विलक्षण |
| काळ्या मांजराचे स्वप्न |
तन्मय,१९७८ |
मध्य,पडघम,विलक्षण |
| फिरून त्याच्य जागी |
मनपसंत,१९७८ |
मध्य,पडघम,विलक्षण |
|
मध्यरात्रीचे पडघम ,गुज अनु:माधरातना
झनकारा ,१९७९
|
हंस,१९७८ |
मध्य,पडघम,र.म च्या निवडक गूढकथा झपाटणाऱ्या गोष्टी |
| मृत्युंजयी |
प्रपंच,१९७८ |
मृत्युंजयी ,१९८३,विलक्षण ,सर्वोत्कृष्ट मराठी कथा खंड १५
संप:राम कोलारकर
|
| किडे |
दीपावली,१९७८ |
मृत्युंजयी,अवचिन्ह |
|
करता करविता,गुज अनु :मारे सामेज उभी छे!
चित्रलेखा १९८१
|
नवनीत,१९७९ |
मृत्युंजयी |
| हुशारी |
नवल,१९७९ |
मृत्युंजयी,अवचिन्ह |
| टोक टोक पक्षी |
कवडसे,१९७९ |
मध्य,विलक्षण,बाळ अंधार पडला |
| डायरी |
बागेश्री,१९७९,दु :गहिरे पाणी ,भू :समीर धर्माधिकारी,नंदिनी वैद्य |
मृत्युंजयी,विलक्षण |
| लू |
दीपावली,१९७९ |
दहाजनी,१९८५ |
| प्रियकर |
प्रपंच,१९७९ |
मृत्युंजयी,अपरात्र |
| दु :स्वप्न |
मनोहर,१९७९ |
मृत्युंजयी |
| जंगल |
दिनांक,१९८० |
मृत्युंजयी,विलक्षण |
| शिंपल्यातील चांदणी |
बागेश्री,१९८० |
मृत्युंजयी |
| चमकत्या डोळ्यांचा मुलगा |
नवल,१९८०,दु :गहिरे पाणी ,भू :आसावरी जोशी,अजित भुरे |
मृत्युंजयी,अपरात्र,गहिरे पाणी,बाळ अंधार पडला |
| उपरीची गाथा |
मराठवाडा,१९८० |
दहाजनी |
| रंगयात्री |
स्री ,१९८० |
रंगयात्री |
| वसुली |
श्रीदीपलक्ष्मी,१९८० |
रंगयात्री |
| रूळ |
प्रपंच,१९८० |
मृत्युंजयी |
| निरोप |
|
मृत्युंजयी |
| चतुर्भुज प्रकरण |
निषाद,१९८० |
रंगयात्री |
| धुके...धुके... |
मनोहर,१९८० |
मृत्युंजयी,विलक्षण |
| चंद्राक्का |
" तुझ्या प्रीतीचे दुःख मला"या नावाने दीपावली,१९८०,
नाटक:खोल खोल पाणी
|
दहाजनीं,अक्षर दिवाळी १९८० |
| रूममेट |
अनुराधा,१९८० |
एक दिवा विझताना...... |
| पोर खेळ |
सहकार सेतू ,१९८० |
एक दिवा विझताना...... |
| दोघी |
नाटक:घर तिघांचं हवं |
दहाजनीं |
| शाळ,शिक |
किर्लोस्कर,१९८० |
रंगयात्री |
| ओपीडी:बी के ६६/७९ |
सोबत,१९८१ नाटक:करता करविता |
दहाजनीं |
| इरावती सोमण |
सहकार सेतू ,१९८१ |
दहाजनीं |
| भागिरथीची पाठवणी |
दीपावली,१९८१,(पुन.)ऐसी अक्षरे,२००४ |
दहाजनीं |
| कांगारू |
हंस,१९८१ |
दहाजनीं |
| सुगंधा कदम |
महाराष्ट्र टाइम्स ,१९८१ |
दहाजनीं |
| "थांब मी आलोच !" |
दार चित्रवाणी.गहिरे पाणी:थांब मी आलोच |
मृत्युंजयी,गहिरे पाणी |
| चुलीतच जळायचं |
अक्षर,१९८२,नाटक:अग्निदिव्य |
दहाजनीं |
| अशब्द (गुज अनु:अशब्द)चित्रलेखा,१९८५ |
किस्त्रीम ,१९८४ |
एक दिवा विझताना .....बाळ अंधार पडला! |
| सुचेता चक्रपाणी आणि तिचा कोकिळकंठ |
अक्षर,१९८४ |
एक दिवा विझताना ..... |
| चौथी खिडकी |
किस्त्रीम ,१९८५ |
एक दिवा विझताना ..... |
| तिसरी गरज(एक फँटसी)(नाइट मेयर मार्मिक,१९ )८५ |
मार्मिक,१९८५ |
एक दिवा विझताना ..... |
| अपुरी कहाणी |
दीपावली,१९८५ |
एक दिवा विझताना ..... |
| सहजन्मा श्री ,१९८८ |
श्री ,१९८८ |
एक दिवा विझताना ..... |
|
अंश(हिंदी अनु:डॉ मालती:भारतीय साहित्य
सर्वेक्षण वार्षिकी,१९८८
|
किस्त्रीम ,१९८८,(पुन.)दक्षता,१९९९ |
अंश,१९९५ |
| सुपरब्रदर (आधारित) |
कथाश्री,१९८८ |
हस्ता हसवीता ,१९९९ |
| स्वप्न आणि मार्ग |
अक्षरलेणी,१९८८ |
अंश |
| पाच पांडवांचा बाप |
मार्मिक,१९८८ |
हस्त हसवीता |
| डुप्लिकेट |
दीपावली,१९८८ |
संदेह,१९९३ |
| पन्देगा |
कथाश्री,१९८९ |
अंश |
| ते सुखानं मेले ! |
सामना,१९८९ |
संदेह |
| जन्म |
किस्त्रीम ,१९८९ |
अंश |
| तेहतीसचं वारं (आधारित) |
टवाळकी |
हस्ता हसवीता |
| संदेह |
तरुण भारत ,१९८९ |
संदेह |
| पुरुषाचा प्रॉब्लेम |
आ.महानगर ,१९८९ |
हस्ता हसवीता |
| राजाराव राणीबाई |
कथाश्री,१९९० |
अंश |
| ऋणको |
सामना,१९९०,दूर.चित्र.:गहिरे पाणी |
अंश ,गहिरे पाणी |
| शेवटची कादंबरी |
किस्त्रीम ,१९९०,नाटक:उद्गार |
अंश |
| दुसऱ्या अपहरणाची गोष्ट |
आपला महानगर,१९९१ |
हस्ता हसवीता |
| इच्छामरण |
सामना,१९९१ |
संदेह |
| वारं |
श्री,१९९१(पुन.)दक्षता ,१९९९ |
अंश |
| गॉसिप गर्ल |
दीपावली,१९९१ |
संदेह |
| तिखट-गोड |
सामना,१९९२ |
संदेह |
| |
|
|
| |
पुढील सर्व कथा ९१-९२ मध्ये " श्री"साप्ताहिकातून 'कथा-यात्रा ' या
सदरातून प्रथम प्रकाशित झाल्या व एक..टोले पडताहेत:१९९४ मध्ये
संगृहीत झाल्या
|
|
| एक..टोले पडताहेत! |
दूर.चित्र.:गहिरे पाणी |
गहिरे पाणी |
| प्रचिती |
|
|
| तारकर |
|
|
| बंध |
दूर.चित्र.: गहिरे पाणी |
गहिरे पाणी |
| व्हेकन्सी |
दूर.चित्र.: गहिरे पाणी |
|
| चित्रातलं चित्र |
|
|
| काळी बाहुली |
दूर.चित्र.: गहिरे पाणी |
गहिरे पाणी |
| कंदिलाची रात्र |
|
|
| काळ्या शाईची गोष्ट |
|
|
| प्रॅक्टिकल जोक |
|
|
| आजचं युग |
|
|
| जादू |
|
|
| दाम्पत्य |
|
|
| हाक |
|
|
| नक्कल |
|
|
| पर्जन्य (पुन.)दक्षता ,१९९९ |
|
|
| शेवटचा टप्पा |
|
|
| मांजर |
|
|
| आतर्क्य |
|
|
| दुसऱ्याची दुनिया |
|
|
| बाकावरती |
|
|
| पुरावा |
|
|
| कम ऑन रॉकी |
|
|
| व्याधीमुक्त |
|
|
| एकतीस डिसेंबर च्या मध्यरात्री (आधारित) |
|
|
| तबकडी |
|
|
| घुबड |
|
|
| विक्षिप्त गोष्ट |
|
|
| जीवनामृत |
|
|
| चिट्ठी |
दूर.चित्र.: गहिरे पाणी |
|
| मिडसमर नाइट्स ड्रीम,कल्पना: शेक्सपिअर |
किस्त्रीम, १९९२ |
हसता हसवीता |
| बंदूक |
धनंजय, १९९२ |
संदेह |
| अपघातवार |
दीपावली, १९९२ |
संदेह |
| आपुलीच प्रतिमा होते.... |
सप्तरंग, १९९२ |
अंश |
| जन्मो-जन्मी |
आ.महानगर, १९९३ |
आसंगृहीत |
| भ्रम |
सामना, १९९३ |
|
| बदल दरबदल |
टवाळकी , १९९३ |
हसता हसवीता |
| लांडगे |
धनंजय, १९९३ |
बारा-पस्तीस |
| हात |
महाराष्ट्र टाइम्स |
बारा-पस्तीस |
| कामिनी |
दक्षता, २००० |
बारा-पस्तीस |
| ट्रॅप |
दक्षता , दूर.चित्र.: गहिरे पाणी |
बारा-पस्तीस ,गहिरे पाणी |
| बॉस |
अनुभव ,२००१ दूर.चित्र.: गहिरे पाणी |
गहिरे पाणी |
| तिघे, तिघी आणि ती |
धनंजय, २००१ |
बारा-पस्तीस |
| पुसट रेषा |
दक्षता, २००१ |
बारा-पस्तीस |
| बारा-पस्तीस |
दक्षता , दूर.चित्र.:गहिरे पाणी |
बारा-पस्तीस |
| वाल्याची बायको |
मिळून साऱ्याजणी,२००२ |
|
| रोज डे |
२००३ |
पॉसिटीव्ह |
| निर्मनुष्य |
मुक्तसंवाद ,२००३ |
निर्मनुष्य,२००३ |
| पण नंतर मात्र |
सामना, २००३ |
निर्मनुष्य |
| गर्भ |
हंस, २००३ |
निर्मनुष्य |
| शनचरी |
दीपावली, २००३ |
निर्मनुष्य |
| दुरुस्ती |
हळक्षज्ञ , २००३ |
निर्मनुष्य |
| प्रार्थना |
लोकसंवाद यतार्थ , २००३ |
निर्मनुष्य |
| रोमियो आणि ज्युलिएट |
नागपूर तरुण भारत, २००४ |
असंगृहीत |
| काही नवे प्रश्न |
कस्तुरीगंध ,२००३ |
असंगृहीत |
| इन्व्हेस्टमेंट |
अक्षर , २००३ |
असंगृहीत |
| भूमीका |
कथाश्री, २००३, दूर.चित्र.:गहिरे पाणी / रणमर्द |
निर्मनुष्य |
| व्हायरस |
शब्द, २००४ |
निर्मनुष्य |
| पर्यायी |
सामना,२००४ |
निर्मनुष्य |
| दुसऱ्यासारखा एखादा |
दक्षता, २००४ |
असंगृहीत |
| लोभ असावा |
नागपूर तरुण भारत, २००४ |
असंगृहीत |
| पप्पू दादा |
अनुभव, २००४ |
असंगृहीत |
| भाऊ |
साहित्य , २००४ |
असंगृहीत |
| कोळसा |
सामना, २००४ |
असंगृहीत |
| हे सारं...पूर्वी कधीतरी... |
कथाश्री, २००५ |
असंगृहीत |
| जन्याची स्वामीभक्ती |
बेळगाव तरुण भारत , २००५ |
असंगृहीत |
| मैत्रीण |
मुक्तसंवाद, २००५ |
असंगृहीत |
| मन्याची हुशारी |
आ.महानगर |
असंगृहीत |
| शिवाय" "डमी" |
१९८०च्या आसपासची(दिवाळी अंकात प्रदर्शित होऊनही उपलब्ध नाही) |
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